एक मोहक चुम्बन. Amanda Mariel
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“नहीं, हम सावधानी से रहे हैं।“ मुआह ने अपनी पीठ सीधी की और ठोड़ी ऊँची उठाई। “किसी को हमारा रहस्य नहीं पता है।“
“मैंने लिली को ज़ंजीरों में जकड़ कर घसीट कर ले जाते हुए देखा। हमारे घर में आग लगी हुई। माँ रोती हुईं।“ लैखलन ने अपना सिर हिलाया। “इस आभास के सच होने से पहले हमें चले जाना चाहिए। मेरी तरह तुम भी अच्छी तरह से जानती हो कि इसे रोकने का इकलौता रास्ता है कि हम अपना रास्ता बदल लें।“
“मैं? लेकिन क्यों?” लिली की फुसफुसाहट कमरे के पार गूँजी।
दा ने माँ की तरफ देखा। “मुझे लगता है इन्हें बताने का समय आ गया है कि स्कॉटलैंड में क्या हुआ था।“
माँ ने दृढ़ता से सिर हिलाया। “सब लोग बैठो।“
लकड़ी की एक गोल टेबल के चारों तरफ मुआह के परिवार के बैठते समय उसने एक चिढ़भरी साँस छोड़ी। “हम स्कॉटलैंड के बारे में पहले से ही जानते हैं।“
सिर हिलाते हुए दा की आँख से एक आँसू ढुलक पड़ा। “नहीं, पूरी बात नहीं, बच्ची।“
“देखो,” माँ ठहरीं, दा का हाथ अपने हाथ में ले लिया, “हमने स्कॉटलैंड इसलिए नहीं छोड़ा था क्योंकि हम ऐसा चाहते थे। हम वहाँ से खुद को और तुम लोगों को बचाने के लिए भागे थे।“
“किस चीज़ से?” लिली ने अपनी फैली हुई आँखें दा की तरफ घुमाईं।
उन्होंने अपने गाल से वह आँसू पोंछा। “तुम्हारी माँ, भगवान उसकी आत्मा को शांति दे, और साथ में समुएल के दा और लैखलन की माँ, के ऊपर जादूगर और डायन होने का इल्ज़ाम लगाया गया था।“ भावुकता से उनकी आवाज़ टूट गई और लिली ने अपना हाथ उनकी बाँह पर रख दिया, और हल्के से गोलाई में घुमाने लगी। “तुम्हारी प्यारी माँ ने मुझे बचे हुए बच्चों की हिफ़ाज़त करने को कहा,” उन्होंने उस औरत की तरफ नजर डालते हुए कहा, जिसे वे सब अब माँ कहते थे, “और तुम्हारी आन्टी ऐलिस को।”
माँ ने भौहें चढ़ाईं, उनकी आँखें अनबहे आँसुओं से चमक रही थीं। “जिस तरह वहाँ के