ए कवसट ऑफ हरज. Морган Райс
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वह सावधानी से पीछे हट गया।
सीबोल्ड का जबड़ा आधा खुला हुआ था, जहरीले दांत से लार गिर रही थी, और वह अपनी पीली आँखों से उसे घूर रहा था। गायब हुई भेड़ उसके मुँह में थी: वो उसके मुंह में उल्टा लटकी हुई थी, मिमियाते हुए उसके आधे शरीर पर उसके दांत गढ़े हुए थे। वो तो बस जैसे मर गया था। ऐसा लग रहा था जैसे सीबोल्ड को अपने शिकार को मारते हुए मज़ा आ रहा था, वो भी धीरे-धीरे।
थोर को अपनी भेड़ का मिमियाना बर्दाश्त नहीं हो रहा था। भेड़ कराह रही थी, असहाय सी और इसके लिए अपने आप को जिम्मेदार मान रहा था।
थोर को लग रहा था कि उसे तो बस वहां से भागना चाहिए, लेकिन वो जानता था कि यह प्रयास बेकार होगा। यह जानवर तो किसी को भी भागने में पछाड़ सकता था। भागने से तो वो और भी उद्दंड हो जाएगा। और वो अपने भेड़ को यूं ही मरने के लिए नहीं छोड़ सकता था।
वो डर से वहीँ जम गया, और जानता भी था कि उसे अब कुछ न कुछ तो करना ही पड़ेगा।
वो प्रतिक्रिया के लिए तैयार हो गया। उसने धीरे से अपने थैले में से एक पत्थर निकाला और गुलेल पर चढ़ा दिया। कांपते हाथों से उसने निशाना साधा, एक कदम आगे बढ़ाया और फिर वार कर दिया।
पत्थर हवा में लहराता हुआ अपने निशाने पर लग गया। एकदम सटीक निशाना। वह भेड़ की पुतलियों से होता हुआ उसके दिमाग में धंस गया।
भेड़ ठंडी पड़ गई। वह मर गयी थी। थोर ने भेड़ को सभी पीड़ा से मुक्त कर दिया था।
अपने खिलौने को मरते देख सीबोल्ड थोर पर आग बबूला हो गया। उसने धीरे से अपने जबड़े खोल दिए और भेड़ को नीचे गिरा दिया, भेड़ नीचे जमीन पर धम से गिर पड़ी। और उसके बाद उसने अपनी नजरें भेड़ पर गड़ा दी।
वह जोर से दहाड़ा, उसकी वो आव़ाज मानो जैसे उसके पेट के अंदर से निकली हो।
जैसे ही वो उसकी ओर लपका, थोर ने, धड़कते दिल से अपने गुलेल पर एक और पत्थर