रात की रौशनी (रक्त बंधन पुस्तक 2). Amy Blankenship
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Читать онлайн книгу रात की रौशनी (रक्त बंधन पुस्तक 2) - Amy Blankenship страница 10
"मेरी माँ एक चोर थी," केन ने उछल कर अपने दोनों पैरों से एक पिशाच की छाती पर लात मारते हुए उत्तर दिया, जो तेज़ी से उसकी ओर आ रहा था। पिशाच उड़ कर नीचे गिर गया और केन उसकी पीठ पर आ गिरा। पल भर में वापस अपने पैरों के बल पर खड़े होते हुए उसने कहा। "वह बांटने में विश्वास नहीं करती थी।"
"हम दोनों जानते हैं कि तुम्हारी माँ चोर नहीं थी," माइकल ने ठहाका लगाया। "वह एक अच्छी नस्ल की महिला थी।"
केन के चेहरे पर घूंसा लगा और वह पीछे की ओर उड़ गया। वह माइकल को साथ लेते हुए उसी मलबे के ढेर पर गिरा, जिस में क्रिस ने उसे दफन कर दिया था। जब उसने देखा कि केन पूरी तरह से खून से लथपथ हो गया था, तो उसने ठंडी सांस छोड़ी। केन फिर से लड़ाई में घुस गया, और जाते ही कमीनों की चीर-फाड़ करने लगा।
“अब कुछ मदद चाहिए?” माइकल ने हड्डियों के फटने और खून के तालाब पोखरों में पैरों के पड़ने की आवाज़ के बीच पूछा जो मिनट दर मिनट बड़े होते जा रहे थे। वह तब वास्तव में हँस पड़ा, जब केन ने सिन के मंत्रों में से एक को बुदबुदाना शुरू कर दिया, लेकिन वह इसे समाप्त करता, उस से पहले ही उसके मुंह पर घूंसा पड़ गया।
"नहीं," केन गुर्राया और उसने उस व्यक्ति के चेहरे पर खून थूका, जिसने उसे इतनी जोर से मारा था कि उसकी आँखों के आगे सितारे नाच गए थे। लड़ाई के दौरान टूट चुकी एक कुर्सी से लकड़ी के एक टुकड़े को निकाल करउसने उसे पिशाच के मुंह में इतना जोर से घुसेड़ा कि वह उसकी गर्दन के पिछले हिस्से से बाहर निकल गया।
माइकल ने एक मुंह बिगाड़ा लेकिन हस्तक्षेप नहीं किया। उसने करीब से देखा, तीन पिशाच नीचे पड़े थे और चार गिरने ही वाले थे। केन एक निडर योद्धा था, अब अपने जिंदा दफन होने के बाद से तो और भी ज्यादा। इससे माइकल को वह प्रश्न याद आ गया, जो उसने अभी तक नहीं पूछा था: केन ने अपनी आत्मिक साथी